सेहत

कैंसर के इन संकेतों को न करें अनदेखा

नई दिल्ली। कहते हैं कि बीमारियां किसी से पूछकर नहीं आती लेकिन बीमारियां अपनी जकड़ में लेने से पहले कुछ बड़े संकेत जरूर देती है। ऐसे में समय रहते संकेतों को पहचानकर बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। कैंसर भी ऐसी ही बीमारी है जिसकी शुरुआत में पहचान करके इससे छुटकारा पाया जा सकता है। 4 फरवरी को दुनिया भर में वल्र्ड कैंसर डे मनाया जाता है। इस वर्ष के अभियान की थीम ‘आई एम एंड आई विल’ है। यानि मैं हूं और मैं रहूंगा रखी गई है। थीम यह प्रचारित करती है कि किसी व्यक्ति के कार्य कैसे प्रभावी हो सकते हैं। आज हम आपको कैंसर के कुछ ऐसे बड़े लक्षण बताने जा रहे हैं, जिन्हें समय रहते पहचान लेना चाहिए-
अत्यधिक थकान- शरीर में अत्यधिक थकान का बने रहना, ब्लड प्लेटलेट्स या लाल रक्त कोशिकाओं में गड़बड़ी का कारण हो सकता है, जिससे ल्यूकेमिया का खतरा बना रहता है। ऐसा होने पर अनदेखा न करें।
बेवजह वजन घटना- बगैर किसी कारण अचानक वजन कम होने पर, इसे अनदेखा न करें। यह कोलोन कैंसर की चेतावनी हो सकती है। यही नहीं य ह पाचन तंत्र के कैंसर के लिए भी जिम्मेदार हो सकता है। इसके अलावा बेवजह वजन घटना, लीवर कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं, जो आपकी भूख को प्रभावित करने के साथ ही, शरीर की अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के क्षमता पर भी असर डालता है।
कमजोरी- सामान्य कमजोरी और थकान का बना रहना कई प्रकार के कैंसर के लक्षणों में शामिल है। साथ ही बिना कारण थकान महसूस होने पर यदि भरपूर नींद ओर आराम के बाद भी वह ठीक न हो, तो इसे अनदेखा बिल्कुल न करें। डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
फोड़ा या गांठ- शरीर के किसी भाग में कोई फोड़ा, गांठ या फिर कोई त्वचा के कई सारी परतें, जो एक ही जगह पर इक_ा हुई हों, यदि इलाज के बावजूद ठीक नहीं हो पा रही हो, तो इसे गंभीरता से लें। यह त्वचा का कैंसर भी हो सकता है। जो कई तरह का हो सकता है।
कफ और सीने में दर्द- लंबे समय तक कफ का बना रहना और सीने में दर्द होना, ल्यूकेमिया के साथ ही कई प्रकार के कैंसर का खतरा पैदा करता है।यह लंग ट्यूमर या ब्रांकाईटिस के लक्षण भी हो सकते हैं। लंग कैंसर के कारण सीने में होने वाला दर्द कंधे और बांहों में भी बना रहता है।
कूल्हे या पेट में दर्द- कूल्हे या पेट के निचले भाग में होने वाला दर्द भी किसी प्रकार से सामान्य नहीं है। पेट में दर्द होने पर कुछ ही देर में सूजन आ जाना, ऐंठन होना, गर्भाशय का कैंसर हो सकता है। इसके अलावा ल्यूकेमिया में भी प्लीहा के बढ़ जाने के कारण पेट में दर्द हो सकता है।
निप्पल में बदलाव- निप्पल के आकार में अचानक बदलाव आना ब्रेस्ट कैंसर का कारण हो सकता है। जिसमें निप्पल का सपाट होना या नीचे की तरफ या बगल में मुड़ जाना शामिल हैं। ऐसा होने की स्थिाति में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
पीरियड्स में तकलीफ- माहवारी में अत्यधिक दर्द होना, और असमय खून का स्त्राव होना, वैजाइनल कैंसर का लक्षण हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से ट्रांसवैजाइनल अल्ट्रासाउंड अवश्य करवाएं।

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