कोरोना की रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक उपायों एवं निर्देशों का पालन कड़ाई से करने की जरूरत – कलेक्टर
कोविड वैक्सीनेशन के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनसामान्य को करें प्रोत्साहित
साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक आयोजित
राजनांदगांव। कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इसी के अनुरूप हमें सुरक्षात्मक उपाय करने होंगे। जिले में कोरोना के केस बढऩे से लगातार मृत्यु दर बढ़ रही है, यह चिंताजनक है। दुर्ग, रायपुर और राजनांदगांव में कोरोना के केस तेजी से बढ़े हैं। राजनांदगांव से दुर्ग-भिलाई कई लोगों का आवागमन होता है। कोरोना की रोकथाम के लिए सभी उपायों को कड़ाई से पालन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए सभी अधिकारी एक बार फिर से कड़ी मेहनत करें। सभी एसडीएम अपने अनुविभाग में क्वारेंटाईन सेंटर आरंभ करें और वहां जिन कर्मचारियों की ड्यूटी पहले लगी थी वैसे ही लगाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोविड-19 के प्रकरणों की संख्या बढ़ी है। इन क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए एसडीएम कार्य करें। कोविड केयर सेंटर में आपातकालीन स्थिति के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी रखें। उक्त बातें उन्होंने कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कही।
कलेक्टर श्री वर्मा ने त्यौहार का माहौल होने के कारण कोरोना प्रोटोकॉल के पालन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोगों की भीड़ नहीं हो। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जिले के बड़े गांव में होते हैं जिनकी संख्या 3 हजार से अधिक होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में एसडीएम एवं जनपद सीईओ गांव के सरपंच, सचिव एवं गणमान्य नागरिकों से चर्चा कर जनसामान्य को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करें। नये आदेश के तहत 1 अप्रैल से 45 से 59 वर्ष के कोमोर्बिड व्यक्तियों के कोविड-19 टीकाकरण हेतु सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने 45 से अधिक आयु के व्यापारी, फुटकर व्यापारी, दुकानदार एवं सरकारी कर्मचारियों का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए शासन द्वारा दिए गए सुरक्षात्मक उपाय एवं दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की जरूरत है।
कलेक्टर श्री वर्मा ने पौधरोपण के लिए वन विभाग, उद्यानिकी, कृषि एवं पंचायत विभाग को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशानुसार फलदार एवं औषधीय गुण वाले पौधे प्राथमिकता से लगाएं। अप्रैल, मई एवं जून में पौधरोपण की तैयारी करते हुए नर्सरी आरंभ कर दें। इन पौधों को सघन वृक्षारोपण करते हुए आंगनबाड़ी केन्द्र की पोषण वाटिका, स्कूल, वन अधिकार पट्टे की भूमि, सामुदायिक वन अधिकार पट्टे की भूमि में लगाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि जमीनी स्तर पर लघुवनोपज संग्राहकों को निर्धारित समर्थन मूल्य से कम राशि उन्हें नहीं मिलनी चाहिए। शासन द्वारा 52 लघुवनोपज की खरीदी की जा रही है। अधिकारी बाजार में इस सूची के आधार पर निरीक्षण करें कि संग्राहकों का उत्पाद व्यापारी या बिचौलिएं कम कीमत पर न खरीदें। लघुवनोपज संग्रहण के लिए कैलेण्डर के अनुसार तथा मौसम के अनुरूप संग्रहित किए जाने वाले लघुवनोपज की सूची बनाएं। कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ श्री अजीत वसंत से कहा कि मनरेगा के तहत जल संरक्षण के कार्य को प्राथमिकता देते हुए ज्यादा से ज्यादा तालाब का जीर्णोद्धार, नया तालाब, डबरी सहित अन्य जलीय संरचनाओं का निर्माण करें।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय के कार्य में गति लाएं। शासन की यह महत्वाकांक्षी योजना किसानों से जुड़ी हुई है। गौठानों में पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत महिला समूह को शासन की ओर से मिलने वाली राशि उन्हें प्रदान करना सुनिश्चित करें। प्रदेशभर में सबसे ज्यादा गौठान राजनांदगांव जिले में है। वर्मी कम्पोस्ट बनाने के कार्य में तेजी लाएं और लो-कॉस्ट टांके बनवाकर जितनी जल्दी हो सके वर्मी कम्पोस्ट बनाने से बेहतर स्थिति रहेगी। उन्होंने डीएमओ से धान के उठाव के संबंध में जानकारी ली। वनधन केन्द्र के भवन निर्माण की स्थिति, शहद संग्रहण एवं ट्रायफेड द्वारा दिए गए आर्डर के संबंध में जानकारी ली।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि यदि किसी को भी कोविशील्ड का पहला डोज लगा है तो दूसरा डोज भी कोविशील्ड का ही लगेगा। यदि कोवैक्सीन पहला डोज है तो दूसरा डोज भी कोवैक्सीन का ही लगेगा। वैक्सीन को कोल्डचेन में अच्छी तरह से सुरक्षित रखना है। तेजी से संक्रमण को रोकने के लिए रणनीति बनाकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन का लोग गलत तरह से फायदा उठा रहे हैं। कोरोना पॉजिटिव होने पर बाहर घुमने को कड़ाई से प्रतिबंधित करना होगा। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री अजीत वसंत, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री एन गुरूनाथन, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, एसडीएम राजनांदगांव श्री मुकेश रावटे सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।