कोरोना वायरस एंटीबॉडी को देता है चकमा!
न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस में होने वाले म्यूटेशन की वजह से पूरी दुनिया चिंता में है। मगर वैज्ञानिकों ने उसका भी पता लगा लिया है कि आखिर यह म्यूटेशन किस पैटर्न पर होता है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के जनक सार्स-कोव-2 वायरस में होने वाले उस उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) की पहचान की है, जिसकी मदद से वह प्रतिरोधक क्षमता में मौजूद एंटीबॉडी को चकमा देने में कामयाब होता है। इससे कोविड-19 से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों की जान बचाने में मदद मिलने की उम्मीद जगी है।
पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में हुए शोध से पता चला है कि कोरोना वायरस अपने जेनेटिक उपक्रम के उन चुनिंदा हिस्सों को मिटा देता है, जो इसके स्पाइक प्रोटीन के आकार से संबंधित हैं। स्पाइक प्रोटीन कोरोना वायरस का वह हिस्सा है, जो उसे मेजबान कोशिकाओं को संक्रमित करने में सक्षम बनाता है। यह वायरस का वह हिस्सा भी है, जिसके खिलाफ शरीर एंटीबॉडी पैदा करता है।