छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के कार्यों से अन्य राज्य भी प्रेरणा लें : प्रकाश जावड़ेकर
रायपुर(डा. एक्सप्रेस)। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा महिलाओं को न्याय और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए किए गए कार्यों की प्रसंशा की। उन्होंने कहा जिस तरह छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए त्वरित कार्यवाही की जा रही है, वैसा किसी और राज्य में परिलक्षित नहीं हो रहा है। सभी राज्यों के महिला आयोग को छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के कार्यों से प्रेरित होकर महिलाओं को यथाशीघ्र न्याय दिलाने की दशा में काम करना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री श्री जावेड़कर राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित देश के सभी राज्यों के महिला आयोग के अध्यक्षों के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही। यह समारोह नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय महिला आयोग के कार्यालय में आयोजित हुआ। इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा ने कहा कि महिलाओं के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार सजग और संवेदनशील है। छत्तीसगढ़ राज्य ने कोविड-लॉकडाउन के दौरान महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए बड़ी संख्या में जनसुनवाई की है। छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने अब तक 5 महीनों में 44 जनसुनवाई में 11 सौ प्रकरणों की सुनवाई की है, जिसमें लगभग 400 मामलों का निराकरण किया गया है। छत्तीसगढ़ में महिला आयोग की जनसुनवाई में सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक का सहयोग मिलता है। महिला आयोग के निर्देशों पर कड़ाई से पालन किया जाता है। छत्तीसगढ़ में महिलाओं के शिकायतों के निराकरण में जिस तरह पुलिस-प्रशासन तत्परता से कार्य कर रही है, वैसा पूरे देश में कहीं नहीं हो रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में राज्य महिला आयोग को बहुत ज्यादा शक्ति प्रदान की है। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर ही पुलिस और प्रशासन से सहयोग लेकर तीव्र गति से महिलाओं को न्याय दिलाने में आयोग तत्परता से काम कर रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग के विशेष सलाहकार एवं छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय भी उपस्थित थीं।