मंच की एक बार फिर बड़ी जीत, संगठन के मांगों पर लगी मुहर

14 अक्तूबर से ही मानी जाएगी पूरे 1145 प्रधान पाठको की वरिष्ठता तिथि
कोरबाl छत्तीसगढ़ प्राथमिक प्रधान पाठक/यूडीटी मंच” के बैनर तले आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन सह ज्ञापन कार्यक्रम में कल भारी भीड़ उमड़ी। जिले के दूरस्थ अंचलों से पुरुष एवं महिला शिक्षकगण सैकड़ों की संख्या में धरना प्रदर्शन स्थल पर दिनभर डटे रहे।
इस अवसर पर संघ के प्रांताध्यक्ष जाकेश साहू आज, चार सौ किलोमीटर दूर राजनांदगांव जिले से कोरबा शहर पहुंचे थे।
14 अक्तूबर से मानी जाएगी पदोन्नति दिनांक
संगठन के जिलाध्यक्ष आशिफ खान ने बताया कि प्रांताध्यक्ष जाकेश साहू की आगवानी में सैकड़ों की संख्या में पदोन्ननत प्राथमिक प्रधान पाठको/पदोन्नति योग्य सहायक शिक्षको का पूरा हुजूम आज सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक दिनभर धरना स्थल पर डटे रहा।
पदोन्नति में हो रहे विलंब को लेकर जिले के शिक्षक काफी नाराज थे। तत्काल पदोन्नति देने, डीईओ द्वारा जारी पदोन्नति सूची यथावत रखने, जिनको पदस्थापना में दिक्कत है उनकी पोस्टिंग में संशोधन करने, सभी के साथ न्याय करने, 14 अक्तूबर से ही 1145 शिक्षको की पदोन्नति मानने की मांगों को लेकर धरना स्थल पर दिनभर नारेबाजी होती रही।
दिनभर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद शाम 4:00 बजे शिक्षको का हुजूम रैली के रूप में धरना स्थल से कार्यालय कलेक्टर तक पहुंचा।
कलेक्टर कार्यालय के सम्मुख मुख्य गेट के सामने रैली को पुलिस प्रशासन ने रोक दी तथा पांच की संख्या में प्रतिनिधि मंडल को कलेक्टर से मिलने को कहा। संगठन द्वारा कलेक्टर से मुलाकात कर बात करने की जिद की गई जिस पर तहसीलदार ने प्रतिनिधि मंडल को कलेक्टर साहब से मिलाने ले गए।
कलेक्टर साहब के जिला कोर्ट में होने के कारण प्रधान पाठको के प्रतिनिधि मंडल को अतिरिक्त कलेक्टर से मिलाया गया। जहां पर अतिरिक्त कलेक्टर ने “छत्तीसगढ़ प्राथमिक प्रधान पाठक/यूडीटी मंच” की पूरी टीम के साथ लगभग आधे घंटे तक संपूर्ण मामले में पूरी विस्तृत चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल के मांग पर अतिरिक्त कलेक्टर ने संगठन को आश्वस्त किया कि विगत 14 अक्तूबर की तिथि से ही जिलेभर के समस्त पदोन्नत प्रधान पाठको की पदोन्नति एवं वरिष्ठता मानी जाएगी। चाहे पदस्थापना कभी भी हो।
न्यायालय सर्वोपरी….कोर्ट के आदेशानुसार होगी आगे की कार्यवाई
अतिरिक्त कलेक्टर ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय सर्वोपरी है…अभी कोर्ट के आदेशानुसार पदोन्नति में यथास्थिति बनी हुई है। अर्थात जो शिक्षक प्रधान पाठक बनकर नए संस्था में ज्वाइन ले चुके है वे नए स्कूलों में तथा जो ज्वाइन नहीं किए है वे पुराने स्कूलों में यथास्थिति अध्यापन कार्य करते रहेंगे। न्यायालय के आदेश पर ही आगे की करवाई की जाएगी फिलहाल पूरे मामले में यथास्थिति बनी रहेगी। चूंकि अभी उक्त पूरे मामले में कुछ भी निर्णय लेना मतलब यह न्यायालय की अवमानना होगी इसलिए अभी इस विषय पर आगे कुछ भी नहीं किया जा सकता।
संगठन के विभिन्न मांगों पर लगी मुहर
“छत्तीसगढ़ प्राथमिक प्रधान पाठक/यूडीटी मंच” द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया, जिसमें डीईओ द्वारा जारी पदोन्नति सूची के अनुसार 14 अक्तूबर से ही पदोन्नति तिथि एवं वरिष्ठता मानने, माननीय न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए डीईओ द्वारा जारी सूची यथावत रखने की मांगों पर मुहर लगी। मंच के जिलाध्यक्ष आशिफ खान ने इसे संगठन की बड़ी जीत बताते हुए कहा कि न्यायालय से स्टे हटने के बाद जिन शिक्षको के पदस्थापना में दिक्कत है उनका संशोधन कराया जाएगा।
आज के धरना प्रदर्शन में मुकेश सिदार, नोहर सिंह राज, ओमप्रकाश सिंह तंवर, सरिता मरावी, छोटेलाल जमता, धीरपाल सिंह तंवर, पंकज कुमार मिश्रा, शीशपाल सिंह कंवर, धनेश कुमार पंकज, तरुण राठौर, रमेश खांडे, जयराम यादव, भुवनेश्वर उईके, फूलसिंह सिंदराम, विक्रम सिंह कंवर, चंद्रपाल सिंह सोनवानी, राजेश कुमार आदिले, भावसिंह मरकाम, रामकुमार यादव, लक्ष्मण सिंह कंवर, चंदन सिंह कंवर, हेमदास महंत, समार साय, समदू लाल, महेश्वर प्रसाद यादव, धनेश राम राठिया, रामकुमार देवांगन सहित बड़ी संख्या के जिले के नव पदोन्नत प्रधान पाठक/पदोन्नति योग्य सहायक शिक्षक उपस्थित थे।