लाल किला पर झंडा फहराने वाले जुगराज का अलगाववादी से है संबंध?
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किले पर ‘निशान साहिब’ फहराने वाले 23 साल के जुगराज सिंह का अब तक कोई अता-पता नहीं है। लाल किले पर झंडा फहराने के बाद कई बार जुगराज के घर पर पुलिस दबिश दे चुकी है, मगर अब तक उसे सफलता हाथ नहीं लगी है। फिलहाल, संभावित पुलिस एक्शन की डर से जुगराज के माता-पिता घर छोड़कर भाग चुके हैं। उसके घर पर सिर्फ उसके बुजुर्ग दादा-दादी हैं। खुद जुगराज भी अब तक घर नहीं लौटा है। लाल किले की घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या जुगराज किसी अलगाववादी संगठन से जुड़ा है? क्या वह खालिस्तानी समर्थक है? मगर अब तक जो सूचना सामने आई है, उससे ये सभी सवाल निराधार प्रतीत हो रहे हैं। सबसे पहले जुगराज के परिवार वालों ने कहा कि उसका किसी भी अलगाववादी संगठनों से कोई लेना देना नहीं है। वह घर पर ही रहता है और खेती किसानी करता है। टाउम्स नाऊ से बातचीत में जुगराज के दादा महल सिंह ने कहा था कि उनका पोता कभी किसी अलगाववादी आंदोलन से नहीं जुड़ा है। घटना के तीन दिन पहले ही जुगराज किसानों के आंदोलन में शामिल हुआ था।