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फार्म मशीनरी बैंक से हो रही खेती-किसानी में सहूलियत-वीरेन्द्र बघेल को बैंक ऋण की अदायगी के बाद आय में निरंतर हो रही है वृद्धि

कोण्डागांवl हायर सेकंडरी तक शिक्षित 42 वर्षीय वीरेन्द्र के पास खेती का रकबा 3 एकड़ है, जिसमें पहले परंपरागत तकनीक से कृषि कार्य करते हुए मात्र दो लाख रुपए का आय प्रतिवर्ष अर्जित करते थे। परंपरागत तकनीक से कृषि कार्य करने से उत्पादन लागत अधिक एवं मुनाफा कम होता था एवं कृषि कार्य भी समय पर संपादित नहीं होता था। फार्म मशीनरी बैंक द्वारा विगत 13 महीने में मशीनों के किराए से करीब 10 लाख रुपए आय प्राप्त किए, जिसमें डीजल एवं मरम्मत पर लगभग 04 लाख रुपए का व्यय हुआ और एवं करीब 06 लाख रुपए का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ, जिससे ढाई लाख रुपए से ज्यादा बैंक ऋण अदा किया गया है। वीरेन्द्र कहते हैं कि फार्म मशीनरी बैंक के माध्यम से आमदनी होने के फलस्वरूप अब घर-परिवार में खुशहाली आयी है।
कोण्डागांव जिले के बकावण्ड तहसील अंतर्गत कचनार निवासी वीरेन्द्र बघेल शासन की योजना से लाभान्वित होकर कृषि यंत्र सेवा केन्द्र के जरिये क्षेत्र के किसानों को कृषि कार्य के लिए किराए पर कृषि उपकरण सुलभ करवाकर जहां आमदनी अर्जित कर रहे हैं, वहीं स्वयं की कृषि भूमि में उपकरणों के द्वारा उन्हें खेती-किसानी में सहूलियत हो रही है। वीरेन्द्र ने बताया कि गत वर्ष कृषि अभियांत्रिकी कृषि विभाग के संपर्क में आकर कृषि यांत्रिकीकरण सबमिशन अंतर्गत फार्म मशीनरी बैंक कम्पोनेंट-04 के तहत कृषि यंत्र सेवा केन्द्र की स्थापना किया। जिसमें 02 नग ट्रेक्टर, 01 नग कल्टीवेटर, 01 नग थ्रेसर, 01 नग रिपर, 01 नग रोटावेटर, 01 नग सीड ड्रिल एवं 01 नग स्प्रेयर का क्रय बैंक ऋण के माध्यम से किया गया, जिसकी कुल लागत 25 लाख 17 हजार रुपए है, जिसमें राज्य शासन द्वारा 10 लाख रुपए का अनुदान प्रदान किया गया।
वीरेन्द्र बघेल ने बताया कि फार्म मशीनरी बैंक के माध्यम से उन्नत तकनीक से खेती कर अधिक मुनाफा प्राप्त कर रहे हैं। वहीं क्षेत्र के कुदालगांव कचनार, बोरपदर, मेटावाड़ा, भिरलीगा, चोलनार आदि ग्रामों में लगभग 365 से अधिक किसानों द्वारा कृषि यंत्र किराये से प्राप्त कर उन्नत तकनीक से कृषि कार्य कर रहे हैं। इन किसानों का खरीफ एवं रबी फसल हेतु खेत की तैयारी समय पर उन्नत कृषि यंत्र से संपादित हो रहा है। वीरेन्द्र बघेल अपने इलाके के लघु-सीमांत कृषकों को आसानी से किराए पर उन्नत कृषि यंत्र उपलब्ध करवाने सहित आमदनी में इजाफा करने की समझाइश वीरेन्द्र को दी।

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